बंद आँखों के सपने -
मानवीय सम्बन्ध, भावनाए, प्रेम और सपने
Friday, September 23, 2011
बादल।
आया जो बादल उमड़ घुमड़ कर,
एक टक मैं देखता रहा,
बरसा न एक बूंद भी,
और मैं आंसू रोता रहा.
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