Monday, August 14, 2017

मेरी पुस्तक।

कुछ पन्नो को
काँट छाँट
कभी एक साथ
कभी बाँट बाँट
ऊपर नीचे
फिर दाँये बाँये
कभी जोड़ घटा
आगे पीछे
सुई से किए
बड़े तीन छेद
धागे को ले
किया आर-पार
बांधा पन्नो को
साथ-साथ
कपड़ा काटा
बस एक सार
ऊपर साधा
फिर खींच-खाँच
और जिल्द चडा
किया लाईं-लेप

प्रेरणा स्त्रोत

तुम्हें पा कर
एक अहसास
हाथो से सहेज, सहला,
सुखद अनुभूति
तुम मेरे पास हो

चेतन या जड़
तुम मेरे पास हो